बेसबब उसने कुछ ग़ज़लो की फरमाइश करदी || बेधड़क हमने भी ज़ख्मो की नुमाइश करदी ||
हकीकत ,,आज के समाज की,,चाँद पन्तियों में समां दी आपने
हकीकत ,,आज के समाज की,,चाँद पन्तियों में समां दी आपने
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